आगामी संस्करणों के लिए योगानन्दजी की अभिलाषाएँ सारा जीवन में हम दूसरों से जान पहचान बढ़ाने में व्यस्त रहते हैं. खुद को पहचानने के बजाय उन्हें अच्छी तरह से पहचानने – समझने की कोशिश करते रहते हैं. जब आप गहरे ध्यान की शान्ति में बैठते हैं, तो आनन्द भीतर से प्रस्फुटित https://freedirectory4u.com/listings13405221/everything-about-pyar-wapas