रक्तकम्बला यक्षिणी : मृत में प्राण डालने वाली और मूर्तियों को चालयमान करने वाली. उच्च कोटि के साधक यक्षिणी में स्वरूप या तो माँ स्वरूप लेते है या पुत्री स्वरूप. जब वह आपके घर को रोशन करती है, तो वह दिव्य होती है। उसकी वासनाओ की भी पूर्ति करती है. https://vashikaran-upay74074.suomiblog.com/the-smart-trick-of-how-to-do-vashikaran-kaise-hota-hai-that-nobody-is-discussing-48041719